क्या आप भी वैसी ही आतंकवादी घटना में शामिल नही हो रहे हैं जैसा राज ठाकरे ने किया ?
जब भी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त होगी कहीं न कहीं उसका असर भी दिखाई परेगा ही । अगर आप को लगता है की कोई राज ठाकरे का सर आपको लाकर दे तो उसे आप एक करोर रूपये देंगे तो क्या आप को भी हत्यारा न मन लिया जाय
यह वक्तब्य मैनें चाय की दुकान पर खर्डे उन ग्रामीणों से सुनी जो उत्तर प्रदेश के एक छोटे से इलाके में चाय पिने के लिये खरे थे तथा इन्तेजार कर रहे थे किसी ऐसे व्यक्ति का जो उन्हें कम पर ले जाएगा । अफसोस तो इस बात का है की हमारी अवाम इस तेरह की हरकतों को समझती भी है और इनसे प्रभावित भी होती है। हम बातें तो कर लेते हैं लेकिन जब इन नेताओं को नकारने का वक़्त आता है तो उन्हें स्वीकार भी कर लेते हैं। अगर सिर्फ़ एकबार जनता नेताओं की उस पौध को नकार दे जिन्होंने क्चेत्रवाद, जातिवाद, साम्प्रदायिकता तथा दादागिरी, गुंडागर्दी आदि का सहारा लिया हो ।
आज आपको आगे आने की जरूरत है । हमने तो आज से शुरू किया कल आपका इंतज़ार करूंगा ।
सधन्यवाद ,
सुधीर के० रिन्तेन
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